नमस्कार दोस्तों
आपका स्वागत है हमारे वेबसाइट हिन्दू टेम्पल्स पर।
मेरा नाम दीपक शर्मा है। मुझे मंदिर जाने का बचपन से शौक था। मेरे दिमाग मैं बहुत से प्रश्न आते थे जिनका जवाब नहीं मिल पता था। इसके लिए मैंने एक टीम बनाई है और अपनी मंदिर यात्रा शुरू की।
दोस्तों मेरा विश्वास है कि, हर कोई सभी मंदिर नहीं जा सकता, पर सबके मन मैं मंदिर जाने की जिज्ञासा बानी रहती है जिनमे लोग मंदिर के बारे मैं और उनसे जुडी हुई ऋषि मुनि या संतो की कहानी या इतिहास, संस्कृति, प्रथा के बारे मैं जानना पसंद करते है।
हम लोगो ने भी इसी जिज्ञासा को लेकर अपनी यात्रा शुरू की और फिर हमें लगा की हमारी जानकारी आप लोगो तक भी पहुंचे जिससे जो ज्ञान हमें हुआ है वो लोगो के काम आ सके।
हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे की आप लोग हमारी इस यात्रा से कुछ ज्ञान ले सके और अपनी अधूरी जिज्ञासा को पूरा कर सके। और हम आपके सुझाव की भी कामना करते है।
मंदिर क्या है
मंदिर एक केंद्र है सकारत्मक ऊर्जा के। लोगो का कहना है मन ही मंदिर है फिर अशांत क्यों होता है, क्युकी इसमें पॉजिटिव ऊर्जा का संचार नहीं होता है। जिसके लिए हमें एक पोसेटिव एन्वॉइनमेंट की जरुरत होती है। इसलिए मंदिर बनाये गए । मंदिरो को एक विषेस डिज़ाइन से बनाया जाता है जिससे हमें भगवान की बनाई पॉजिटिव ऊर्जा का सीधा आभास होता है।
आप लोगो ने भी अकसर महसूस किया होगा, हमारा चित और मन मंदिर जाते ही शांत हो जाता है।
दोस्तों हमारे पूर्वज जिन्होंने मंदिर का निर्माण किया वे बहुत ही बड़े वैज्ञानिक थे, मंदिर सिर्फ एक बिल्डिंग नहीं है। ये केंद्र है, एनर्जी के, आध्यात्मिक, सकारत्मक ऊर्जा के, यहाँ मंत्रो का उच्चारण होता है जिससे सकारात्मक ऊर्जा निकलती है और हमारे दिमाग से चलकर हमारे शरीर मैं प्रवेश करती है जिससे हमारा मन शांत होता है।
मंदिर एक देवस्थान है जहा हम अराधना और पूजा-अर्चना करते है मंदिर मैं कोई न कोई देवी या देवता की मूर्ति होती है जिसकी हम आराधना करते है। मन्दिर का शाब्दिक अर्थ ‘घर’ है यानि भगवन का घर।
इस वेबसाइट की मदद से आप लोगो के कुछ अनसुलझे प्रश्नो का भी यहाँ जवाब मिल जायेगा
जैसे :
- मंदिर किस भगवान को समर्पित है
- मदिर की स्थापना क्यों और किसने करवाई
- मंदिर का इतिहास या जिन्हे हम पूजते है उनका इतिहास क्या है
- मंदिर किस धर्म से सम्बंधित है
- मंदिर का समय क्या है
- मंदिर का आस पास का वातावरण कैसा है
- मंदिर मैं प्रसाद के रूप मैं क्या चढ़ाया जाता है
- मंदिर का देख रेख कौन करता है
- मंदिर के नियम क्या है
- हिन्दू मंदिर मैं गर्भगृह क्या है
- मंदिर के पास कोण सा बस स्टैंड है
- मंदिर की दुरी बस स्टैंड से कितनी है
- आप मंदिर कैसे पहुंच सकते है
हम आपको विस्वास दिलाते हैं की ये सिर्फ एक वेबसाइट नहीं है, यह एक मानसिक यात्रा है जिसमे हम मंदिर के दर्शन ऐसे करेंगे जैसे आप खुद मंदिर मैं हो। आइये आप सब लोग भी हमारे साथ इस यात्रा मैं भगवान की हाजरी लगाए।